RBI बैंक ने लिया एक नया फैसला , 10 और 500 के नोट नए आएंगे अब मार्केट में : 10 और 500 के नए नोट मार्केट में पेश करेगी RBI बैंक जिस पर गवर्नर मल्होत्रा के होंगे हस्ताक्षर
कुछ खाश बाते –
- पुराने नोटो का क्या होगा।
- नोटो का डिजाइन कैसा रहेगा।
- विदेशी व्यापार से इसका क्या लाभ है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार।
RBI Bank – भारतीय रिजर्व बैंक ने महात्मा गांधी सीरीज के तहत शुक्रवार को को अहम फैसला ले लिया है। जिसमें भारतीय बाजार में चलने वाले 10 और 500 के नोट में बदलवा होगा। और इन नोटो पर गवर्नर मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे। बैंक द्वारा लिए गए इस फैसले से व्यापारियों और बैंक के बीच एक बेहतर ताल मेल होगा। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हालांकि ये भी बताया गया है कि नोट में कोई भी बदलाव नहीं होगा , नोट तो पहले जैसे ही रहेंगे बाद गवर्नर के हस्ताक्षर बदल जाएंगे। अब जो बैंक नए नोट जारी करेगी उन पर गवर्नर मल्होत्रा के हस्ताक्षर दिखेंगे।
आखिर पुराने नोटो का क्या होगा –
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा ये भी बताया गया है कि जो पहले के पुराने नोट 10 और 500 का है बो नोट भी मान्य रहेंगे। बैंक द्वारा ये फैसला इसलिए लिया गया है , क्योंकि अभी बाजार में 10 और 500 के नोट की आपूर्ति होने की आशंका है। इसलिए नए नोट द्वारा मार्केट की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और नोटो की आपूर्ति खत्म हो जाएगी। इससे बैंक सिस्टम में भी सुधार आएगा। पिछले महीने की बात करे तो भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले महीने भी 100 और 200 रुपए की नोट बदलने की बात कही थी। लेकिन में आपको बता दूं नोट तो जैसे का तैसा ही रहता है। बस उस पर गवर्नर के हस्ताक्षर बदल जाते है। अब चुकी नए गवर्नर के आने के बाद नोटो पर हस्ताक्षर बदलने की एक सामान्य प्रक्रिया है।
डिजाइन में बदलाव –
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नोटो के डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। केंद्रीय बैंक के बयान के अनुसार 10 और 500 के नोट में नए गांधी सीरीज के नोटो ने कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। नहीं उसमें कोई रंग न कोई फीचर बस नए गवर्नर के आने से नोटो पर गवर्नर के हस्ताक्षर बदल जाएंगे। बैंक द्वारा ये फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि इसके द्वारा नोटो की नए गावर के हस्ताक्षर को स्वीकारता मिलेगी। संजय मल्होत्रा के नए गवर्नर बनने के बाद उनकी पहले नहीं घोषणा।
विदेशी व्यापार के लिए –
भारतीय रिजर्व बैंक ने नोटो के बदलने के साथ साथ विदेशी व्यापार को सरल और आसान बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए है। भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा अधिनियम के तहत निर्यात और आयात के लिए नए मसौदा विनिमय और निर्देश जारी किए है। बैंक द्वारा इस प्रक्रिया के तहत व्यापार को आसान बनाना है। इसके द्वारा दस्तावेज का भी एक साथ मूल्यांकन हो सकेगा।